10 मजेदार कहानियां | Funny Story in Hindi

यहाँ हम आपके लिए 10 मजेदार कहानियां (Funny Story in Hindi) लेकर आए हैं, जिसमें नैतिक सीख के साथ मनोरंजन भी है। तो देर किस बात की, आप इन कहानियों को पढ़ना शुरू कीजिए।

01. चतुर लोमड़ी और खरगोश | Funny Story in Hindi

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एक घना जंगल था, जिसमें कई तरह के जानवर रहते थे। उस जंगल में एक खरगोश रहता था जिसका नाम नन्हू था। नन्हू बहुत चतुर और समझदार था। उसकी चालाकी के किस्से जंगल के हर कोने में मशहूर थे। लेकिन उसकी बुद्धिमानी से कुछ जानवर जलते भी थे।

वहीं, जंगल में एक भूखी लोमड़ी रहती थी जिसका नाम चंचला था। वह बहुत चालाक और शातिर थी। उसका पेट हमेशा भरा रहता था, लेकिन उसकी आदत थी दूसरों को नुकसान पहुंचाना।

एक दिन, चंचला ने नन्हू को देखा और सोचा, “यह छोटा खरगोश मेरी भूख मिटाने के लिए सही रहेगा। लेकिन इसे पकड़ना आसान नहीं होगा, क्योंकि यह बहुत तेज और चतुर है। मुझे इसे फंसाने के लिए चालाकी से काम लेना होगा।”

चंचला ने नन्हू को बड़े प्यार से बुलाया, “अरे नन्हू! तुम्हारी चालाकी और तेज़ी की कहानियाँ तो मैंने सुनी हैं। क्यों न हम दोनों आज एक खेल खेलें और देखें कि तुम कितने बुद्धिमान हो?”

नन्हू को समझ में आ गया कि चंचला के इरादे अच्छे नहीं हैं। लेकिन उसने सोचा कि अगर वह सही योजना बनाएगा, तो चंचला के जाल से बच सकता है।

नन्हू ने मुस्कुराते हुए कहा, “खेल! यह तो बहुत अच्छा विचार है। बताओ, कैसा खेल खेलना चाहती हो?”
चंचला ने कहा, “तुम बहुत तेज दौड़ सकते हो, लेकिन मुझे लगता है कि तुम पेड़ों पर नहीं चढ़ सकते।

क्यों न हम एक ऐसी दौड़ लगाएं जिसमें पेड़ों पर चढ़ना भी शामिल हो?”
चंचला के मन में यह योजना थी कि जैसे ही नन्हू पेड़ पर चढ़ने की कोशिश करेगा, वह उसे पकड़कर खा जाएगी।

नन्हू ने कहा, “यह तो बहुत ही मजेदार खेल होगा! चलो, हम दौड़ की शुरुआत जंगल के उस ऊंचे पेड़ से करें।”
चंचला खुश हो गई, क्योंकि उसे यकीन था कि नन्हू फंस जाएगा।

जैसे ही दौड़ शुरू हुई, नन्हू तेजी से भागा। वह अपने छोटे कदमों से दौड़ते हुए ऊंचे पेड़ के पास पहुंचा। लेकिन वहां पहुंचकर उसने एक चतुराई भरी चाल चली।

पेड़ के पास एक गुफा थी, जिसका पता चंचला को नहीं था। नन्हू तेजी से गुफा में घुस गया और चुपचाप वहां छिप गया। दूसरी ओर, चंचला को लगा कि नन्हू पेड़ पर चढ़ गया है।

चंचला पेड़ के नीचे खड़ी होकर नन्हू का इंतजार करने लगी। उसने पेड़ पर ऊपर-नीचे कई बार नजर दौड़ाई, लेकिन उसे नन्हू कहीं नजर नहीं आया। भूख से परेशान चंचला ने काफी देर तक इंतजार किया और अंत में थककर वहां से चली गई।

जब लोमड़ी चली गई, तो नन्हू गुफा से बाहर निकला। वह खुश था कि उसने अपनी चालाकी से लोमड़ी को हराया। नन्हू की इस चतुराई पर जंगल के सारे जानवर इकट्ठा हुए और उसकी तारीफ करने लगे।

इस तरह, नन्हू ने अपनी चतुराई और धैर्य से खुद को बचाया और एक बार फिर यह साबित किया कि असली ताकत मस्तिष्क की होती है, न कि केवल शारीरिक बल की।

नैतिक शिक्षा बुद्धिमानी से बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकाला जा सकता है।


02. जंगल के न्यायाधीश | Funny Story in Hindi

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जंगल में एक तोता था जिसका नाम मटुक था। वह बहुत समझदार था और सब जानवरों के झगड़े सुलझाता था। मटुक का एक नियम था—”सच बोलो और दूसरों की मदद करो।”

एक दिन, लोमड़ी और बंदर में झगड़ा हो गया। लोमड़ी का कहना था कि बंदर ने उसकी अंगूर की बेल से सारे अंगूर तोड़ लिए। बंदर का कहना था कि उसने कुछ नहीं किया।

सभी जानवर मटुक के पास न्याय मांगने पहुंचे। मटुक ने दोनों को ध्यान से सुना और फिर कहा, “मैं इस मामले की सच्चाई निकालूंगा, पर पहले दोनों को एक परीक्षा देनी होगी।”

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मटुक ने एक गड्ढे में रस भरा और कहा, “जो भी इस रस का स्वाद पहचान लेगा, वही सच बोल रहा होगा।”
लोमड़ी ने रस को चखा और बोली, “यह खट्टा है, और अंगूर से बना है।”
बंदर ने रस को चखा और झूठ बोलते हुए बोला, “यह मीठा है।”

मटुक ने तुरंत कहा, “झूठ बोलने वाले का सच पकड़ना आसान है। बंदर, तुम्हें सच बोलना चाहिए था।”
बंदर शर्मिंदा हुआ और माफी मांगी। मटुक ने कहा, “गलतियां करना इंसानी फितरत है, पर उन्हें मान लेना सबसे बड़ा गुण है।”

उस दिन के बाद, जंगल में सबने मटुक के न्याय को और उसकी ईमानदारी को सराहा।

नैतिक शिक्षा कहानी हमें सिखाती है कि सच बोलना और अपनी गलतियां स्वीकार करना बहुत जरूरी है।


03. मधुमक्खी की मेहनत का फल | Funny Story in Hindi

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जंगल के बीचों-बीच एक बड़ा सा पेड़ था, जिसमें मधुमक्खियों का छत्ता था। इन मधुमक्खियों की रानी का नाम बिनी था। बिनी बहुत मेहनती और समझदार थी। वह हमेशा कहती थी, “मेहनत का फल मीठा होता है।”

जंगल के सभी जानवर मधुमक्खियों की मेहनत का मजाक उड़ाते थे। बंदर बंटी कहता, “इतनी मेहनत क्यों करते हो? आराम करो, फल खाओ और मौज करो।”
लेकिन बिनी और उसकी मधुमक्खियां अपने काम में लगी रहती थीं।

एक दिन जंगल में भयानक तूफान आया। भारी बारिश से कई पेड़ टूट गए, और जानवरों के रहने की जगहें बर्बाद हो गईं। सारे जानवर भूख और ठंड से परेशान थे।

तभी बिनी ने अपने छत्ते से बाहर आकर कहा, “हमारे पास शहद का भंडार है। सभी जानवरों को जरूरत के हिसाब से शहद मिलेगा।”
सारे जानवर हैरान रह गए। बंटी ने कहा, “तुमने इतनी मेहनत क्यों की, यह अब समझ में आया। तुम्हारी वजह से हमारा पेट भरेगा।”

सभी जानवर बिनी का धन्यवाद करने लगे। बिनी ने मुस्कुराते हुए कहा, “मेहनत से किया गया काम कभी बेकार नहीं जाता। अब से तुम भी आलस छोड़कर मेहनत करना सीखो।”

नैतिक शिक्षा मेहनत और तैयारी से बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना किया जा सकता है।


04. सियार और तोता की चालाकी | Funny Story in Hindi

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जंगल में एक चालाक सियार रहता था, जिसका नाम समीर था। वह हमेशा दूसरों का खाना चुराकर पेट भरता था। एक दिन उसने देखा कि तोता टिक्की पेड़ पर बैठे स्वादिष्ट जामुन खा रहा है।

समीर ने सोचा, “अगर मैं इन जामुनों को हासिल कर लूं, तो कई दिन का खाना हो जाएगा।”
समीर ने तोते से कहा, “अरे टिक्की भाई, क्या तुम मुझे थोड़ा जामुन दोगे? मैं कई दिनों से भूखा हूं।”

टिक्की समझ गया कि समीर चालाकी कर रहा है। उसने कहा, “ठीक है, लेकिन पहले तुम मुझे एक गाना सुनाओ।”
समीर खुश हो गया और जोर से गाने लगा। गाने में इतना मस्त हो गया कि उसकी आवाज पूरे जंगल में गूंजने लगी।

गाने की आवाज सुनकर बाकी जानवर आ गए। उन्होंने समीर को रंगे हाथों पकड़ लिया। हाथी ने कहा, “तुम हमेशा दूसरों का खाना चुराने की सोचते हो।

आज से अगर ईमानदारी से रहोगे, तो जंगल के जानवर तुम्हारी मदद करेंगे।” समीर ने माफी मांगी और वादा किया कि वह आगे से मेहनत करेगा।

टिक्की ने मुस्कुराते हुए कहा, “चालाकी का जवाब समझदारी से देना चाहिए।”

नैतिक शिक्षा चालाकी से बचने के लिए समझदारी का उपयोग करना जरूरी है।


05. चिड़िया की सूझबूझ | Funny Story in Hindi

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जंगल में एक पेड़ पर एक चिड़िया रहती थी, जिसका नाम चपला था। चपला छोटी थी लेकिन बहुत चतुर थी। वह हमेशा कहती थी, “समस्या चाहे कितनी भी बड़ी हो, सूझबूझ से हल की जा सकती है।”

एक दिन जंगल में एक शिकारी आया। उसने जाल बिछाया और कुछ अनाज बिखेर दिए। कई पक्षी अनाज खाने के लालच में फंस गए। उनमें चपला भी थी।

शिकारी के जाते ही सभी पक्षी परेशान होकर चिल्लाने लगे, “अब क्या होगा? हम यहां से कैसे निकलेंगे?”

चपला ने कहा, “घबराने की जरूरत नहीं। अगर हम सब एक साथ मिलकर प्रयास करें, तो यह जाल तोड़ सकते हैं।”
सभी पक्षी उसकी बात मान गए। चपला ने कहा, “जब मैं गिनती गिनूं, तो सब अपने पंखों से जाल को उठाने की कोशिश करें।”

चपला ने गिनती गिनी, “एक, दो, तीन!”
सभी पक्षियों ने एक साथ जोर लगाया और जाल हवा में उठ गया। वे जाल समेत उड़कर पास के एक पेड़ पर गए, जहां जाल उलझ गया और टूट गया।

सभी पक्षी आज़ाद हो गए और चपला को धन्यवाद दिया।

नैतिक शिक्षा एकता और सूझबूझ से बड़ी से बड़ी मुसीबत से छुटकारा पाया जा सकता है।


06. लोमड़ी का सच और झूठ | Funny Story in Hindi

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एक बार जंगल में एक लोमड़ी थी, जिसका नाम फुर्ती था। वह अपने चतुर दिमाग का इस्तेमाल दूसरों को धोखा देने के लिए करती थी। एक दिन वह बगुले को देखकर बोली, “तुम्हारे लिए एक बड़ी मछली का इंतजाम किया है। चलो, तुम्हें दिखाती हूं।”

बगुला खुश होकर उसके साथ चल पड़ा। लेकिन रास्ते में फुर्ती ने कहा, “मछली तो आगे है, लेकिन मुझे बहुत भूख लगी है। क्या तुम थोड़ा इंतजार कर सकते हो?”

बगुले ने सोचा, “यह लोमड़ी झूठ बोल रही है। मुझे सावधान रहना होगा।”

बगुले ने बहाना बनाया, “फुर्ती, मुझे भी थोड़ी भूख लगी है। पहले मैं कुछ छोटे कीड़े खा लूं, फिर हम चलेंगे।”
फुर्ती मान गई। बगुला उड़कर पास की नदी में गया और बाकी जानवरों को फुर्ती की चाल बताई।

जब फुर्ती आगे बढ़ी, तो सभी जानवरों ने उसे घेर लिया। हाथी ने कहा, “अब तुम्हारे झूठ से हम सब परेशान हो चुके हैं। यह आखिरी चेतावनी है। सच बोलकर चलना सीखो।”

फुर्ती ने माफी मांगी और वादा किया कि वह आगे से ईमानदारी से रहेगी।

नैतिक शिक्षा झूठ और चालाकी से कोई लंबा सफर तय नहीं कर सकता। सच और ईमानदारी ही सच्ची पूंजी है।


07. चालाक हाथी और लालची शेर | Funny Story in Hindi

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जंगल में एक विशाल हाथी रहता था जिसका नाम मस्तराम था। वह शांत स्वभाव का था, लेकिन बहुत बुद्धिमान था। वहीं, जंगल में एक शेर भी रहता था जो हमेशा लालच में दूसरों का शिकार करता था।

एक दिन शेर ने मस्तराम से कहा, “तुम इतने बड़े हो, तुम्हारे जैसा स्वादिष्ट शिकार मुझे कभी नहीं मिला। आज मैं तुम्हें खाकर ही रहूंगा।”
मस्तराम ने शांत रहते हुए जवाब दिया, “महाराज, अगर आप मुझे खाने का सोच रहे हैं, तो पहले मुझे अपनी ताकत दिखाइए।”

शेर ने हैरानी से पूछा, “कैसी ताकत?”
मस्तराम बोला, “इस जंगल के पास एक बड़ा गड्ढा है। अगर आप उसमें कूदकर वापस बाहर आ गए, तो मैं खुद को आपका भोजन बनने दूंगा।”

शेर को अपनी ताकत पर बहुत घमंड था। वह तुरंत मस्तराम के साथ गड्ढे के पास गया। गड्ढे में गहरा पानी भरा था। मस्तराम ने कहा, “अगर आप सच में बहादुर हैं, तो छलांग लगाइए।”

शेर ने जैसे ही छलांग लगाई, वह गहरे पानी में फंस गया। मस्तराम ने हंसते हुए कहा, “लालच और घमंड का यही अंजाम होता है।”
शेर ने माफी मांगी, लेकिन वह गड्ढे से बाहर नहीं निकल सका।

नैतिक शिक्षा लालच और घमंड हमेशा इंसान को मुसीबत में डालते हैं।


08. बकरी और भेड़िया की दोस्ती | Funny Story in Hindi

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जंगल में एक बकरी रहती थी जिसका नाम गोमती था। वह बहुत दयालु थी और हमेशा सबकी मदद करती थी। वहीं, जंगल में एक भेड़िया भी रहता था जिसका नाम श्यामू था। श्यामू ने एक दिन गोमती से दोस्ती कर ली।

गोमती ने सोचा, “भेड़िया दोस्त बन गया है, अब वह मुझे नुकसान नहीं पहुंचाएगा।”
लेकिन श्यामू का इरादा कुछ और था। वह सोचता था कि जब समय आएगा, तो वह गोमती को अपना शिकार बना लेगा।

एक दिन, श्यामू ने गोमती से कहा, “चलिए नदी के पास चलते हैं। वहां हरी घास है और हम आराम कर सकते हैं।”
गोमती उसकी बात मान गई। जैसे ही वे नदी के पास पहुंचे, श्यामू ने सोचा, “अब गोमती को खाने का यही सही मौका है।”

तभी गोमती ने श्यामू से कहा, “दोस्ती में सबसे बड़ी बात क्या है, जानते हो?”
श्यामू ने चौंककर पूछा, “क्या?”

गोमती बोली, “सच्चाई और विश्वास। अगर तुम्हारा दिल साफ है, तो तुम कभी अपने दोस्त को धोखा नहीं दोगे।”

श्यामू यह सुनकर सोचने लगा। उसकी अंतरात्मा जाग गई। उसने गोमती से माफी मांगी और वादा किया कि वह कभी उसे नुकसान नहीं पहुंचाएगा।

नैतिक शिक्षा सच्ची दोस्ती ईमानदारी और विश्वास पर टिकी होती है।


09. नीलकंठ और धोखेबाज बंदर | Funny Story in Hindi

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जंगल में एक नीलकंठ पक्षी रहता था जिसका नाम रंगीला था। वह बहुत मेहनती और ईमानदार था। उसके घोंसले में उसने तिनका-तिनका जोड़कर एक सुंदर घर बनाया था।

वहीं, जंगल में एक बंदर रहता था जिसका नाम मोंटू था। वह आलसी और धोखेबाज था। वह हमेशा दूसरों के बनाए घर और खाना चुराने की सोचता रहता था।

एक दिन मोंटू ने रंगीला से कहा, “तुम्हारा घर बहुत सुंदर है। क्या मैं कुछ दिनों के लिए इसमें रह सकता हूं?”
रंगीला ने सोचा, “अगर मैं मना करूंगा, तो यह ठीक नहीं लगेगा।” उसने मोंटू को अपने घर में रहने की अनुमति दे दी।

मोंटू ने घर में आते ही जगह-जगह गंदगी फैला दी और रंगीला का बनाया खाना खा गया।
रंगीला ने मोंटू से कहा, “यह गलत है। दोस्ती में जिम्मेदारी और आदर होना चाहिए।”
मोंटू ने उसकी बात को अनसुना कर दिया।

रंगीला ने एक योजना बनाई। उसने मोंटू से कहा, “कल बारिश आने वाली है। हमें घर को मजबूत बनाना होगा। क्या तुम मेरी मदद करोगे?”

मोंटू ने कहा, “मैं मदद नहीं कर सकता। यह तुम्हारा काम है।”
रंगीला ने कहा, “ठीक है,” और खुद मेहनत से घर को मजबूत किया।

अगले दिन बारिश आई, और तेज़ हवाओं में मोंटू का बनाया घोंसला टूट गया। मोंटू ने रंगीला से मदद मांगी। रंगीला ने कहा, “अगर तुम पहले मेरी मदद करते, तो तुम्हारा घर भी सुरक्षित होता। अब तुम सीख लो कि मेहनत और जिम्मेदारी कितनी जरूरी है।”

मोंटू को अपनी गलती का एहसास हुआ, और उसने रंगीला से माफी मांगी।

नैतिक शिक्षा आलस्य और धोखा हमेशा मुसीबत लाते हैं। मेहनत और जिम्मेदारी से जीवन संवरता है।


10. कौआ और लोमड़ी की चालाकी | Funny Story in Hindi

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जंगल में एक कौआ रहता था जिसका नाम काले था। वह बहुत चतुर था। वहीं, जंगल में एक लोमड़ी थी, जिसका नाम फिफा था। वह बहुत चालाक और हमेशा दूसरों को बेवकूफ बनाकर खाना चुराती थी।

एक दिन काले ने एक रोटी पाई और वह उसे लेकर एक पेड़ पर बैठ गया। फिफा ने उसे देख लिया और सोचा, “मुझे यह रोटी किसी भी तरह चाहिए।”

फिफा ने काले से कहा, “अरे काले भाई! तुम कितने सुंदर हो। तुम्हारे पंख इतने चमकदार हैं। क्या तुम्हारी आवाज भी इतनी ही अच्छी है?”

काले को फिफा की बातों पर यकीन हो गया और उसने गाना गाने के लिए अपनी चोंच खोली। रोटी नीचे गिर गई, और फिफा ने झट से उसे उठा लिया।

काले को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने सोचा, “मुझे अब ज्यादा चतुर बनना होगा।”

कुछ दिनों बाद, काले को फिर से खाना मिला। फिफा ने उसे फिर बेवकूफ बनाने की कोशिश की। इस बार काले ने चुपचाप अपनी रोटी खा ली और फिफा को बिना ध्यान दिए उड़ गया।

फिफा समझ गई कि अब उसकी चालाकी नहीं चलेगी।

नैतिक शिक्षा हमें दूसरों की चापलूसी में नहीं आना चाहिए। अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करना जरूरी है।